
बिजनौर, 23 जून। डीएम जसजीत कौर ने मासिक स्टाफ कर करेत्तर राजस्व प्राप्ति समीक्षा बैठक में लक्ष्य के सापेक्ष कम राजस्व प्राप्त करने वाले विभागीय अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा राजस्व वसूली का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है सभी अधिकारी अपने दायित्वों का गंभीरता पूर्वक निर्वहन करते हुए विभागीय लक्ष्य को पूरा करें।
सोमवार को महात्मा विदुर सभागार में उन्होंने सभी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को निर्देशित किया कि बड़े बकायादारों को फोकस करते हुए पूरी गंभीरता के साथ उनसे बकाया धनराशि की वसूली करना सुनिश्चित करें। डीएम ने सभी उप जिलाधिकारियों एवं तहसीलदारों को निर्देश दिए कि पांच एवं तीन वर्ष से अधिक पुराने वादों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करें। श्रीमती कौर ने कहा कि अनावश्यक रूप से कोई भी वाद लंबित न रहने पाए। उन्होंने सभी पीठासीन अधिकारियों को वादों के निस्तारण में विशेष ध्यान देकर दायरे के सापेक्ष वादों के निस्तारण करने के निर्देश दिए।
डीएम ने धारा 34 एवं 24 के लंबित प्रकरणों पर निर्देश दिए कि निर्धारित समयावधि में सभी प्रकरणों को निस्तारित करें ताकि न्यायालयों में अनावश्यक बोझ से मुक्ति प्राप्त हो सके। उन्होंने लंबित आडिट प्रकरणों, विभागीय कार्रवाई सहित अन्य बिंदुओं की समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों को मानक के अनुसार तत्परता के साथ निस्तारित करने के निर्देश दिए। श्रीमती कौर ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी विभाग की सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा पाया जाता है तो उसकी सूचना तत्काल संबंधित उप जिलाधिकारी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, ताकि उक्त भूमि को कब्जा मुक्त कराया जा सके।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, वित्त एवं राजस्व वान्या सिंह, न्यायिक अंशिका दीक्षित, डिप्टी कलेक्टर/जिला सूचना अधिकारी हर्ष चावला, सभी उप जिलाधिकारी व तहसीलदार एवं अन्य राजस्व विभाग से संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे।