नजीबाबाद में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई तथागत बुद्ध पूर्णिमा
डॉ. भीमराव अंबेडकर अनुसुचित जाति जनजाति जनकल्याण समिति, सिद्धबली विहार कालोनी ने किया आयोजन।

नजीबाबाद, 12 मई। सिद्धबली विहार कॉलोनी नजीबाबाद के मुख्य द्वार पर डॉ. भीमराव अंबेडकर अनुसुचित जाति जनजाति जनकल्याण समिति, सिद्धबली विहार नजीबाबाद के तत्वावधान में बुद्ध पूर्णिमा कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
इस अवसर पर सर्वप्रथम दि बुद्धिस्ट सोसाइटी ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश पश्चिम के प्रदेश महासचिव बौद्धाचार्य राकेश मोहन भारती ने दीप प्रज्ज्वलित कर बुद्ध वंदना कराई । उन्होंने बताया कि बैशाख पूर्णिमा के दिन तथागत बुद्ध के जीवन से संबंधित तीन महत्वपूर्ण घटनाएं हुई। यह एक संयोग ही था कि 563 ईसा पूर्व लुंबिनी वन में तथागत बुद्ध का जन्म हुआ , 528 ईसा पूर्व बोधगया में ज्ञान प्राप्ति हुई और 483 ईसा पूर्व कुशीनगर में महापरिनिर्वाण हुआ।
कार्यक्रम में आसपास की सभी कॉलोनीवासियों ने शामिल होकर भगवान बुद्ध के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और बुद्ध के बताए गए रास्ते पर चलने का आह्वान किया । इस अवसर पर एक संगोष्ठी भी आयोजित की गई। संगोष्ठी में राजेश सागर, सूरजा सिंह, डॉक्टर जितेंद्र कुमार, रामभरोसे सिंह, गोविंद सिंह बौद्ध आदि अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम के अंत में प्रसाद (खीर) का वितरण किया गया । कार्यक्रम में योगेंद्र कुमार, धनीराम, अशोक कुमार, रामनाथ सिंह, इंजीनियर बीपी सिंह, अमर जीत देवी, ललिता रानी, सुनीता आर्य, भुवनेश्वरी, सुनीता देवी, सरोज बाला, ऊष्मा कशेरवाल, लखपत सिंह, मगन सिंह, अतर सिंह , पीतांबर सिंह, शेर सिंह, गोविंद सिंह ,रामनाथ सिंह अध्यापक , पुष्पेंद्र पाल सिंह , राजेश कुमार सिंह , नौभार सिंह, वेद प्रकाश सिंह, वेदपाल सिंह, रामकुमार सिंह, चंद्रपाल सिंह, मूलचंद सिंह, अशोक कुमार, धर्मवीर सिंह आदि उपस्थित रहे।