
बिजनौर, राष्ट्रीय पंचायत ब्यूरो। जनपद में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की 6 और 7 सितंबर को होने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा-2025 को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। डीएम जसजीत कौर ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में परीक्षा को नकलविहीन बनाने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए।

डीएम ने नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करें। सभी सीसीटीवी कैमरों को पहले से एक्टिव करना और उनकी रिकॉर्डिंग संरक्षित रखना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी केंद्र पर गड़बड़ी पाए जाने पर केंद्र व्यवस्थापक सीधे जिम्मेदार होंगे।
परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन, डेटा कार्ड, कैलकुलेटर, ब्लूटूथ डिवाइस और ईयरफोन ले जाना प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षार्थियों और स्टाफ की सुविधा के लिए प्रवेश द्वार के पास क्लॉक रूम और हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे।
डीएम ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को आयोग की निर्देश पुस्तिका का गहन अध्ययन करने और उसके अनुसार कार्य करने के निर्देश दिए। नोडल एजेंसी और अधिकारियों को अपने दायित्वों का पूर्ण सजगता और निष्ठा से निर्वहन करने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि 6 और 7 सितंबर को आयोजित होने वाली अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा-2025 जिले में कुल 40,800 परीक्षार्थी 22 परीक्षा केंद्रों पर 2-2 पालियों में परीक्षा देंगे।
केंद्र व्यवस्थापक जर्जर कक्षों का चयन न करें
डीएम ने बताया कि प्रत्येक पाली में 10200 परीक्षार्थी भाग लेंगे। पहली पाली सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दूसरी पाली 3 बजे से 5 बजे तक संपन्न होगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि परीक्षा के लिए केंद्र व्यवस्थापक ऐसे कक्षों को चयनित न करें जो बरसात में टपक रहे हों और न ही प्रश्न पत्र तथा उत्तर पुस्तिकाएं जमा करने के लिए जर्जर छत वाले स्ट्रांग रूम का चयन करें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विनय कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर संजीव वाजपेई, आईएएस/बीडीओ कुणाल रस्तोगी, जिला विद्यालय निरीक्षक जयकरण यादव, सेक्टर/स्टेटिक मजिस्ट्रेट, केन्द्र व्यवस्थापक सहित सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

