
बिजनौर,राष्ट्रीय पंचायत ब्यूरो । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत @ 2047’ के दूरदर्शी लक्ष्य के अनुरूप, उत्तर प्रदेश को 2047 तक एक विकसित राज्य बनाने के संकल्प के साथ बिजनौर में ‘समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047’ अभियान का आगाज़ हुआ है। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने विवेक विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी।

नागरिकों की भागीदारी से बनेगा विज़न डॉक्यूमेंट
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना है, ताकि एक समृद्ध और वैश्विक स्तर पर सम्मानित राज्य का निर्माण हो सके। जिलाधिकारी ने बताया कि इस मिशन को दिशा देने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है, जो तीन मुख्य थीम – अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति, और जीवन शक्ति – और 12 सेक्टर्स पर केंद्रित होगा, जिनमें कृषि, औद्योगिक विकास, आईटी, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुशासन शामिल हैं।
यह विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने के लिए नागरिकों से सुझाव और फीडबैक आमंत्रित किए गए हैं। सरकार ने एक विशेष पोर्टल और QR कोड भी विकसित किया है, जिसके माध्यम से लोग अपने विचार साझा कर सकते हैं। जिलाधिकारी ने सभी से इस अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और अपने सुझाव देने की अपील की।
विशेषज्ञों ने साझा किए विचार
कार्यशाला के दौरान, शासन द्वारा नामित प्रबुद्धजन, जिनमें सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी श्री सुधीर कुमार, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के सेवानिवृत्त प्रोफेसर श्री हृदय शंकर सिंह, और सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता श्री राजीव जैन शामिल थे, ने भी अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने पिछले आठ वर्षों में प्रदेश के विकास रोडमैप पर चर्चा की और कृषि, मत्स्य पालन और औद्योगिक विकास जैसे क्षेत्रों पर विस्तृत जानकारी दी। यह चर्चा विभिन्न समूहों जैसे किसानों, उद्यमियों, महिला स्वयंसेवी संगठनों और मीडिया के साथ हुई, ताकि अभियान की जागरूकता बढ़ाई जा सके।
इस कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, जिला विकास अधिकारी रचना गुप्ता, और अन्य सरकारी अधिकारियों के साथ-साथ उद्यमी, किसान, शिक्षक और विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।



