
बिजनौर, राष्ट्रीय पंचायत ब्यूरो। डीएम जसजीत कौर ने कहा कि जिले में बागवानी विकास के लिए अपार संभावना है। यदि सार्थक प्रयास किए जाएं तो बिजनौर बागवानी क्षेत्र में भी अपना महत्वपूर्ण स्थान बना सकता है।
श्रीमती कौर शुक्रवार को कलक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के क्रियान्वयन के संबंध में जनपद स्तर पर आयोजित डिस्ट्रिक्ट मिशन कमेटी की बैठक को संबोधित कर रही थीं। डीएम ने कहा कि एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) भारत सरकार की एक केंद्र-प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य बागवानी क्षेत्र का समग्र विकास करना है, जिसमें फल, सब्जियां, मसाले, फूल आदि शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यह योजना किसानों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करती है ताकि वे आधुनिक तकनीकों का उपयोग करके उत्पादन बढ़ा सकें और बागवानी को बढ़ावा दे सकें।
जिलाधिकारी श्रीमती कौर ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जिला बिजनौर में फल एवं फूलों से अच्छादित क्षेत्र का विवरण उपलब्ध कराएं, जिसमें फलों और फूलों के प्रकार भी शामिल हों।
उन्होंने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देशित किया कि शासन द्वारा बागवानी विकास के लिए संचालित कार्यक्रमों एवं योजनाओं का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करें, ताकि जिले के किसान प्रेरित होकर बागवानी क्षेत्र में आएं और अपना आर्थिक विकास करें।
बैठक में जिला उद्यान अधिकारी राम नारायण वर्मा ने जनपद स्तर पर DMC के सदस्यों को विभाग में संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी तथा एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना में प्राप्त लक्ष्यों के क्रियान्वयन के लिए अनुमोदन लिया। बैठक में DMC के सदस्य डॉ. घनश्याम वर्मा उप कृषि निदेशक, डॉ. प्रतिमा गुप्ता वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र नगीना, सचिन कुमार मण्डी सचिव बिजनौर, देवेन्द्र सिहँ जेई (डीआरडीए), विजय शंकर तिवारी वरिष्ठ कोषाधिकारी, छविनाथ सोनकर जिला पंचायत राज अधिकारी, भूपेश पुनेरा डीडीएम नाबार्ड, अग्रणी बैंक अधिकारी बिजनौर, अखिलेश चौधरी, बुद्धराम सिहँ, ऋतुराज सिहँ प्रगतिशील कृषक, आदि उपस्थित रहे।



