
नजीबाबाद, गोवर्धन मीडिया। हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत गुरुवार को साहू जैन महाविद्यालय, नजीबाबाद में राष्ट्रभक्ति, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस एवं स्वच्छता के प्रति जन-जागरण के उद्देश्य से विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम का शुभारंभ झंडा राखी प्रतियोगिता से हुई जिसमे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने तिरंगे के रंगों और स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीकों से सजी हुई सुंदर व रचनात्मक राखियाँ बनाकर अपनी कला और कल्पनाशक्ति का परिचय दिया। सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों में देशभक्ति की झलक और भारतीय संस्कृति की छाप के अलावा राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और भाईचारे का संदेश भी स्पष्ट रूप से झलक रहा था।

इसके पश्चात महाविद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें महाविद्यालय के छात्र छात्राओं और सभी शिक्षकों तथा गैर शिक्षक कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी करते हुए स्वच्छ भारत मिशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। साथ ही, छात्र-छात्राओं द्वारा तिरंगे एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित मनमोहक कला-कृतियों आदि की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत था।

इसके उपरान्त महाविद्यालय में “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” बड़े ही भावपूर्ण तरीके से मनाया गया। इसमे महाविद्यालय के समाज शास्त्र के डॉ सूर्यकांत भारती ने छात्र छात्राओं को 1947 में भारत विभाजन के दौरान हुए भीषण मानवीय संकट, विस्थापन और पीड़ितों की वेदना को स्मरण करते हुए तथा नई पीढ़ी को उस ऐतिहासिक त्रासदी से अवगत कराया।

कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो बी एस तोमर ने सभी छात्र छात्राओं और शिक्षकों को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर दो मिनट का मौन धारण कराया और विभाजन से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों, मानव पीड़ा, सामाजिक विघटन तथा देश की एकता-अखंडता के महत्व पर प्रकाश डाला।

प्राचार्य ने महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों से अपील की कि वे हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएँ।प्राचार्य ने उत्कृष्ट राखी प्रतिभागियों में नंदिनी, कशिश, और आयुषी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने पर बधाई दी और उन्हें पुरस्कृत करने की घोषणा भी की।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सम्मानित शिक्षक प्रो. रीना, डॉ. दीपक त्रिपाठी, प्रो. गुरुप्रीत सिंह, डॉ. शैलेन्द्र पाल सिंह, डॉ. अनिल कुमार राजपूत, डॉ. जयेश कुमार, डॉ. सूर्यकांत भारती, डॉ. मोनिका सागर, डॉ. आनंदिता बोस, डॉ. अनुराज, डॉ. विकास यादव, डॉ. अनुराग कुमार सिंह, डॉ. जाह्नवी, डॉ. मुकेश कुमार, डॉ. सरोज बाई यादव, डॉ. राशी, डॉ. उमेश कुमार आदि ने उपस्थित रहकर कार्यक्रम को उत्कृष्ट बनाने में पूर्णतः सहयोग प्रदान किया।
