– अफसरों ने सख्त हिदायत, कहा- 31 अगस्त तक शत प्रतिशत ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण कराएं
बिजनौर, राष्ट्रीय पंचायत ब्यूरो।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत शत-प्रतिशत लाभार्थियों के ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण का कार्य शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। शासन एवं निदेशालय द्वारा नियमित रूप से उपरोक्त कार्य की समीक्षा निरन्तर की जा रही है।
बार-बार निर्देश दिये जाने के उपरान्त भी जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों के ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण का कार्य अत्यन्त धीमी गति से किये जाने के कारण, ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण में जनपद बिजनौर, प्रदेश के पांच सबसे निचले जनपदों मे शामिल हो गया है। गौरतलब है कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों के ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण का कार्य 31 अगस्त 2025 तक शत-प्रतिशत रूप से पूर्ण किया जाना है, क्योंकि 31 अगस्त 2025 तक ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण पूर्ण होने वाले लाभार्थियों की संख्या के आधार पर ही आगामी त्रैमास की अनुपूरक पुष्टाहार की डीआई निर्गत की जायेंगी शेष लाभार्थियों के लिए डीआई निर्गत नही की जायेगी अर्थात लाभार्थी अनुपूरक पुष्टाहार प्राप्त करने से वंचित रह जायेंगे।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का रुकेगा मानदेय, सेवा भी होगी समाप्त, मचा हड़कंप
बिजनौर। जिला कार्यक्रम अधिकारी, बिजनौर शीतल वर्मा के अनुसार जिन भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा 31 अगस्त 2025 तक आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत शत-प्रतिशत लाभार्थियों के ईकेवाईसी एवं चेहरा प्रमाणीकरण का कार्य नहीं किया जायेगा, ऐसी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को चिन्हित किया जा रहा है। उनका तत्काल मानदेय रोकने की कार्यवाही की जायेगी। और, 75 प्रतिशत से कम एवं शून्य प्रगति वाली कार्यकत्रियों की मानदेय सेवाएं समाप्त किए जाने की कार्यवाही भी अमल में लायी जायेगी। डीपीओ की इस चेतावनी से आंगनबाड़ी कार्यत्रियों में हड़कंप मच गया हैं।

