
– रोहित कुमार, संवाददाता
हरिद्वार। पिता के शराब पीने और रोज-रोज घर में मारपीट करने की घटनाओं से खफा उसके पुत्रों ने खौफनाक घटना को अंजाम दे दिया। पिता से तंग आए बेटों ने एक दिन होश खो दिया, और अपने पिता को क्रिकेट बैट से इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई। पिता की हत्या के बाद उनके होश गादले हो गए, और पुलिस कार्यवाही से बचने के लिए अपनी मां के साथ पिता की लाश को बिजनौर जनपद स्थित अपने गांव ले जाकर न केवल दाह संस्कार कर दिया, बल्कि साक्ष्य मिटाने के भी भरसक प्रयास किए। मगर पुलिस तक मामले की भनक पहुंच ही गई। पुलिस ने मामला दर्ज करके एक बेटे को गिरफ्तार करते हुए इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया है।
पिता से खफा बेटों द्वारा अंजाम दी गई यह खौफनाक घटना जनपद हरिद्वार में थाना सिडकुल क्षेत्र की है। 07 जुलाई 2025 को सुनील धनगर पुत्र स्व. श्याम लाल निवासी रावली महदूद निकट शिव मंदिर सिडकुल ने थाना सिडकुल पहुंच कर इस घटना की सूचना दी थी। बताया कि शिवम और सचिन द्वारा अपने पिता अशोक कुमार की हत्या कर अपने परिवार के साथ मिलकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। और, सबूत मिटा दिए गए हैं। इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र भी दिया गया था। जिसके आधार पर थाना सिडकुल में मुकदमा अपराध संख्या 333/2025 के तहत आरोपियों के खिलाफ 103(1)/ 238 बीएनएस धारा में मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए थाने की एक टीम गठित की गई। विवेचक द्वारा 09 जुलाई 2025 को घटना के संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई।
बयां ए जुर्म: … “पिता क्रिकेट बैट से मां को मार देते, इसलिए बैट छीनकर मैंने ही उन्हें मार डाला”
हरिद्वार। पिता की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए अभियुक्त सचिन से पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने पूरा घटनाक्रम बयां कर दिया। कहा कि “मैं जींनस कंपनी में काम करता हूं। और, अपने माता-पिता एवं भाई बहनों के साथ रावली महदूद में किराए के मकान पर रहता हूं।” उसने बताया कि “मेरे माता-पिता राजा बिस्कुट के पास खाने का ढाबा चलाते हैं। मेरे पिता अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं, जो आए दिन लड़ाई, झगड़ा, मारपीट और गाली गलौज करते हैं। मेरी माता पर उल्टे सीधे आरोप लगाते थे, जोकि हम सुन नहीं सकते थे। इसलिए, पिता के खिलाफ यह कदम उठना पड़ा।
सचिन ने बताया कि 06 जुलाई 2025 को उसके पिता अशोक कुमार ने रोज की तरह शराब पी रखी थी। जिससे, उनका झगड़ा पहले राजा बिस्कुट के पास स्थित ढाबे पर हुआ। उसके बाद वह और उसका भाई हर्ष पिता को लेकर अपने कमरे पर आ गए। कमरे पर आकर पिता ने हमारी माता को गाली गलौज करते हुए रोज की तरह झगड़ना शुरू कर दिया। जब बोलचाल ज्यादा हो गई, तो पिताजी ने मां को मारने के लिए क्रिकेट का बैट उठाया। वह जैसे ही मां को मारने वाले थे, मैंने उन्हें रोक लिया। उन्होंने फिर मेरे ऊपर भी क्रिकेट बैट से मारना शुरू कर दिया। मेरे भाई हर्ष ने उन्हें रोका तो मैंने उनके हाथ से बेट छीन लिया। और, हर रोज के झगड़े से परेशान होकर जान से मारने के लिए क्रिकेट के बैट से पिता के सिर पर कई बार वार किए। जिससे वे गंभीर घायल हो गए। पिता के सिर से खून बहने लगा।
हॉस्पिटल के लिए निकले ही थे, कि उनकी मृत्यु हो गई। इससे हम लोग काफी घबरा गए। और, हम सभी परिवारजन मेरी मां, भाई हर्ष ने मिलकर आसपास बताए बगैर पिता की लाश लेकर अपने गांव राजा का ताजपुर, जनपद बिजनौर चले गए, और अगली सुबह लाश का अंतिम संस्कार कर दिया। इस मामले का पता चलने पर सिडकुल पुलिस अभियुक्त सचिन के गांव बिजनौर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि इस मामले में नामजद अभियुक्त की मां, और भाई की तलाश जारी है।




