
मेरठ, 30 मई। दिगम्बर जैन कॉलेज,बड़ौत की संस्कृत विभाग की अध्यक्षा प्रो. रुचि गुप्ता ने कहा कि, ‘छात्राओं की आधुनिक जीवनशैली में उपस्थित काम, क्रोध, लोभ आदि को श्रीमद्भगवद्गीता से दूर किया जा सकता है। श्रीमद्भगवद्गीता में निहित तत्वों के द्वारा तनाव से मुक्ति प्राप्त होती है।प्रो. रुचि शुक्रवार को रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, मेरठ के संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत साहित्य परिषद्, संस्कृत विभाग, ज्ञानार्जन भारतीय ज्ञान परम्परा प्रकोष्ठ एवं रिसर्च डेवलपमेन्ट के संयुक्त तत्वावधान में ‘श्री मद्भागवत गीता एवं तनाव प्रबंधन’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में अतिथि वक्ता के रूप में विचार व्यक्त कर रही थीं। उन्होंने कहा कि, ‘मनुष्य के जीवन की समस्त समस्याएं गीता के प्रत्यक्षीकरण द्वारा समाप्त हो जाती हैं।
प्राचार्या प्रो. निवेदिता कुमारी के संरक्षण में आयोजित इस कार्यक्रम का संयोजन प्रो.पूनम लखनपाल ने किया तथा प्रो. रुचि गुप्ता के व्यक्तित्व से छात्राओं को अवगत कराया। अंत में डॉ उपासना सिंह ने धन्यवाद व्यक्त किया। कार्यक्रम के आयोजन में विभाग की शिक्षिकाओं डॉ.अञ्जु रस्तोगी डॉ.निशि तथा शोध छात्राओं,शिखा त्यागी, विनीता पारस का सहयोग रहा। इस अवसर पर एमए बीए की छात्राएं साक्षी, श्वेता, मिताली, मनीषा, भावना, सिमरन आदि उपस्थित रहीं।