प्राथमिकता के आधार पर करें वैक्सीनेशन का कार्य : डीएम

बिजनौर,02 मई। जिलाधिकारी जसजीत कौर ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं का एब्डोमिनल चेकअप किसी भी अवस्था में खुले स्थान पर न किया जाए। इसकी व्यवस्था सख्ती के साथ करना सुनिश्चित कराएं। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का मानक के अनुसार पालन न करने वाली आशाओं को चेतावनी जारी करने तथा उनके कार्य में सुधार न होने पर उन्हें निलंबित करने के भी निर्देश दिए।
डीएम जसजीत कौर की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में हुई जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक में परिवार नियोजन कार्यक्रम में प्रगति न पाए जाने पर उन्होंने संबंधित नोडल अधिकारी को निर्देश दिए कि इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें तथा लक्ष्य के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से प्रत्येक ब्लॉक से कम से कम दो कुपोषित बच्चे भर्ती कराएं, ताकि उनका समुचित उपचार किया जाना संभव हो सके।
उन्होंने सीएमओ समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में कदापि लापरवाही न बरती जाए। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का रूटीन टीकाकरण, बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जांच आदि की विभागीय स्तर पर नियमित समीक्षा की जाए। उन्होंने सभी सीएचसी, पीएचसी एवं सब सेंटर में सभी आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन के कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें और वैक्सीनेशन के महत्वपूर्ण कार्य को प्राथमिकता से करना सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को पूर्ण मानक के अनुसार क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर कौशलेंद्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर मनोज सेन, डॉ उर्मिला कार्या, महिला अस्पताल डॉक्टर प्रभा रानी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक फ़ारूक़ अज़ीज़ सहित सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी तथा एमओआईसी मौजूद थे।