
बिजनौर, 26 मई। सर्व यूपी ग्रामीण बैंक द्वारा मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में ऋण वितरण के लिए प्राप्त आवेदन पत्रों को निरस्त किए जाने को डीएम जसजीत कौर ने गंभीरता से लिया है। श्रीमती कौर ने निर्देश दिए कि एडीएम स्तर के अधिकारी को नामित कर बैंक के स्थानीय मुख्यालय भेज कर निरस्त किए जाने वाले आवेदन पत्रों की जांच की जाए, ताकि आवेदनों के रद्द किए जाने का कारण पता चल सके। इसी के साथ उन्होंने एचडीएफसी तथा प्रथमा बैंक द्वारा बड़ी संख्या में ऋण के आवेदन लंबित पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि 15 दिन के अंदर अंदर सभी आवेदनों की जांच कर ऋण वितरण की कार्रवाई सुनिश्चित करें।कलक्ट्रेट के महात्मा विदुर सभागार में सोमवार को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान योजना के अंतर्गत आयोजित बैठक में डीएम जसजीत कौर ने सभी बैंकर्स को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों का गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेते हुए यथासंभव आवेदन पत्रों के सापेक्ष ऋण वितरण कराएं। इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने एक से अधिक शाखाओं वाले बैंकों के प्रबंधकों को निर्देश दिए कि प्रति शाखा पांच-पांच आवेदन प्राप्त कर पात्र लाभार्थियों को उद्यम विकास के लिए ऋण स्वीकृत कर धनराशि उपलब्ध कराएं।
इस अवसर पर उपायुक्त उद्योग अमित कुमार, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक अखिल कुमार सिंह सहित बैंकों के नोडल एवं ब्रांच प्रबंधक मौजूद थे।