
बिजनौर 16 मई। डीएम जसजीत कौर ने पारिवारिक लाभ योजना के आवेदन अधिक संख्या में निरस्त पाए जाने को गंभीरता से लिया। उन्होंने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया कि किन कारणों और किस स्तर से आवेदनों को निरस्त किया गया है, विवरण सहित उनकी सूची उन्हें उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ताकि उसकी जांच की जा सके। श्रीमती कौर ने जल निगम की टंकियों की जांच के लिए नामित किए गए अधिकारियों के द्वारा अभी तक जांच आख्या प्रस्तुत न किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि यदि 3 दिन के भीतर संबंधित जांच अधिकारियों द्वारा जांच आख्या उपलब्ध नहीं किया कराई जाती तो उनका वेतन आहरित न किया जाए।
जिलाधिकारी श्रीमती कौर कलेक्ट्रेट सभागार में सीएम डैशबोर्ड से संबंधित मासिक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे रही थीं।
उन्होंने शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बने सामुदायिक शौचालयों की जांच तथा उनमें बनाए गए महिलाओं के लिए अतिरिक्त शौचालय के मानकों की जांच के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने खराब रैंक प्राप्त होने वाले विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने कार्य में सुधार लाएं और आगामी माह में किसी भी अवस्था में उनकी रैंक मानक के विपरीत नहीं होनी चाहिए। उन्होंने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर योजनाओं में सी व डी रैंकिंग वाले विभागाध्यक्षों को तेजी से कार्य कराकर स्थिति मजबूत करने के निर्देश दिए। ।
उन्होंने जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी को निर्देशित किया कि प्रत्येक विभाग से विभागीय कार्यों में विशेष प्रगति, उत्कृष्ट कार्य अथवा विशेष उपलब्धियों पर आधारित प्रगति आख्या प्राप्त कर जिला सूचना कार्यालय को प्रेषित करना सुनिश्चित करें ताकि जन सामान्य को इसकी जानकारी उपलब्ध हो सके। उन्होंने मुख्यमंत्री डैशबोर्ड के अंतर्गत कम अंक प्राप्त करने वाले एवं निचले स्तर पर रैंक पाने वाले अधिकारियों को रैंकिंग में सुधार लाने के निर्देश दिए।
बैठक में सीएम डैशबोर्ड पर जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों के विकास कार्यों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन विभागों की रैंकिंग सीएम डैशबोर्ड पर खराब चल रही है, वह अपने कार्य प्रगति पर विशेष फोकस रखते हुए शत प्रतिशत डाटा की फीडिंग सीएम डैशबोर्ड पर करना सुनिश्चित करें, ताकि उनकी रैंकिंग में सुधार हो सके।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कौशलेंद्र सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी धर्मवीर सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी दमनप्रीत अरोड़ा, उपायुक्त मनरेगा एवं एनआरएलएम, समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं एडीओ पंचायत सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।