
बिजनौर, 14 मई। राष्ट्रीय मानवता एक संस्था के सर्व संस्थापक सुनील जैनवाल ने सुप्रीम कोर्ट के नवनियुक्त मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई को हार्दिक शुभकामनाएं व बधाई दी है।
न्यायाधीश बी.आर. गवई ने बुधवार 13 मई को राष्ट्रपति भवन में भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। श्री गवई पहले बौद्ध तथा दलित समुदाय से आने वाले दूसरे मुख्य न्यायाधीश हैं।
सुनील जैनवाल ने कहा कि अनुसूचित जाति से संबंधित कुछ लोग कहते हैं डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर ने किया ही क्या है? ये ऐतिहासिक दिवस और परिवर्तन उन घटिया मानसिकता के लोगों के मुंह पर जोरदार तमाचा है।
श्री जैनवाल ने कहा कि यह केवल एक नियुक्ति नहीं, बल्कि न्याय, समानता और संविधान में आस्था का प्रतीक है। राष्ट्रीय मानव एकता संघ मुख्य न्यायाधीश से उम्मीद करता है कि वे भारत में भारतीयता, मानवता और भारत के संविधान में दर्ज लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा देंगे।
उन्होंने कहा है कि हम भारत के नागरिक होने के नाते, इस ऐतिहासिक क्षण को आज सम्मानपूर्वक समझ रहे हैं और आपको बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं बधाई देते हैं। उन्होंने पूर्व मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना का भी आभार जताया है।