
बिजनौर, 28 अप्रैल। डीएम जसजीत कौर ने जनपदीय बाढ़ स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में स्पष्ट शब्दों में निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत कार्य से सम्बन्धित सभी विभाग सौपें गये उत्तरदायित्वों का समय से पूर्व अनुपालन करें। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग अपनी-अपनी कार्य योजना अधिशासी अभियंता एवं बाढ़ समन्वय अधिकारी को जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं।
सोमवार को कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावी क्षेत्रों में राशन, और बाढ़ शिविर की व्यवस्था और गांव में आवागमन के रास्ते भी दुरुस्त होने चाहिए, जिससे ग्रामीणों को किसी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि नाव संचालकों की एक लिस्ट होनी चाहिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर नाव की व्यवस्था हो सके। बाढ़ नियंत्रण कक्ष गोताखोर भी चिन्हित कर लिया जाए। उन्होंने आपदा प्रभारी को निर्देशित किया कि पिछले वर्ष बाढ़ कार्य में लगाये गये कर्मियों से सम्पर्क करते हुए डाटा संकलन कर जिला स्तर पर स्थापित एकीकृत कन्ट्रोल रूम में सूचनाओं को अपडेट करें। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावी क्षेत्रों का नक्शा बनाना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए कि वैकल्पिक व्यवस्था में भवन एवं आश्रय स्थलों में जनरेटर सोलर लाइट आदि की व्यवस्था पहले सुनिश्चित करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि स्वयं सेवी संस्थाओं से भी सामंजस्य स्थापित कर लिया जाए जानवरों को भी समय पर वैक्सीनेशन कराया जाए चारा भूसा की भी व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिला स्तर पर एवं तहसील स्तर पर भी बाढ़ चौकी एवं बाढ़ कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाए। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि सभी बाढ़ क्षेत्र वाले प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी चिकित्सा अधिकारी बाढ़ क्षेत्रों में बाढ़ के दौरान क्लोरिन की गोली,स्वच्छता एवं जागरूकता बाढ़ पूर्व तैयारियों पर स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षण फागिंग दवाओं का छिड़काव सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए गर्भवती महिलाओं बीमार तथा घायलों को चिकित्सालय ले जाने की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरविन्द कुमार सिंह, जिला विकास अधिकारी श्रीमती रचना गुप्ता, अधिशासी अभियंता बाढ़ नियत्रंण, अपदा विशेषज्ञ प्रशान्त श्रीवास्तव सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।