
नालन्दा, 31 मार्च 2025
पालि – थाई भाषा के समेकित पाठ्यक्रम निर्माण हेतु थाईलैण्ड के तीन सदस्यीय शिष्टमण्डल में फ्रा विदेष बोधि खुन, निर्देशक, वट् थाई मगध बुद्धिस्ट विपस्सना सेन्टर, बोधगया तथा धर्मदूत भारत-नेपाल ने नव नालन्दा महाविहार का भ्रमण किया। इस प्रतिनिधिमण्डल में थाईलैण्ड के डॉ. सुजात, विहारपति वट्सिथान बुद्ध विहार, बोधगया, डॉ. पुने, पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी बैंकाक, डॉ .एकोधाई, पूर्व प्रोफेसर, राजपथ विश्वविद्यालय, थाईलैण्ड शामिल हुए।
इस मौके पर महाविहार के कुलपति प्रो. सिद्धार्थ सिंह ने अतिथियों को खतक एवं महाविहार की पुस्तक देकर सम्मानित किया। शिष्टमण्डल ने महाविहार के कुलपति प्रो. सिद्धार्थ सिंह को भगवान् बुद्ध का बुद्ध प्रतिमा देकर स्वागत किया। महाविहार कि ओर से कुलपति प्रो. सिद्धार्थ सिंह एवं पालि विभाग के अध्यक्ष एवं पालि एवं अन्य भाषा संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. विश्वजीत कुमार के साथ मिलकर पालि-थाई के आपसी संबंधों एवं उनके अन्तरविषयक सामंजस्य को किन रूपों में प्रस्तुत किया जा सकता है ? उसके विभिन्न पक्षों पर गहन विचार- विमर्श किया गया। साथ ही थाई-पालि का समेकित पाठ्यक्रम एन.ई.पी. 2020 के चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में व्यवसायिक शिक्षा के तौर पर किस प्रकार शामिल किया जाए, जिससे पालि स्नातक करने वाले छात्रों को स्वरोजगार तथा पालि एवं थाई के उच्च अध्ययन में सहायता मिल सके।
इसके अरिरिक्त प्रतिनिधि मण्डल एवं महाविहार के बीच महाचुलालंकार विश्वविद्यालय एवं नव नालन्दा महाविहार के साथ एम.ओ.यू. के द्वारा कई अन्य कार्यक्रम साझा रूप में करने का निर्णय किया गया। जिस पर आगे कार्यवाई किए जाने की संभावना है। प्रतिनिधिमण्डल के आगमन से नव नालन्दा महाविहार एवं थाईलैण्ड के बीच एक नए प्रकार के संबंध की शुरूआत होने की संभावना है।