
नालंदा। नव नालंदा महाविहार में 16-17 अप्रैल 2025 को ‘भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीय भाषाएँ’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। हिंदी विभाग द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी देश के विभिन्न भागों के विश्वविद्यालयों से पधारे लगभग चालीस से अधिक प्रतिष्ठित विद्वान भाग लेंगे ।
संगोष्ठी के संयोजक डॉक्टर अनुराग शर्मा ने बताया कि इस संगोष्ठी में संस्कृत,पालि,प्राकृत,उड़िया, बांग्ला,हिन्दी आदि भाषाओं के विद्वान भाग लेंगे और इन भाषाओं में प्राप्त ज्ञान परंपरा से अवगत कराएँगे । इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न भागों कोलकाता,वाराणसी,दिल्ली,जोधपुर,उड़ीसा,त्रिपुरा,सिक्किम,गौहाटी,गया,पटना आदि जगहों के विद्वानों की भागीदारी रहेगी। भारतीय ज्ञान परंपरा जैसे प्रासंगिक विषय पर आयोजित यह सेमिनार बहुत ही महत्वपूर्ण एवं उपयोगी साबित होगा । भारतीय ज्ञान परंपरा में भारतीय भाषाओं कीं अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।दो दिवसीय इस सेमिनार में इस विषय पर गहन चिंतन और विचार विमर्श होगा ।
इस संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि प्रो.अभय कुमार सिंह माननीय कुलपति,नालंदा विश्वविद्यालय होंगे तथा अध्यक्षता नव नालंदा महाविहार के माननीय कुलपति प्रो.सिद्धार्थ सिंह करेंगे। मुख्य वक्ता के तौर पर प्रो के.टी.एस.सराओ,पूर्व अध्यक्ष,बौद्ध अध्ययन विभाग,दिल्ली विश्वविद्यालय उपस्थित रहेंगे ।उद्घाटन सत्र के बाद अनेक समानांतर सत्र आयोजित होंगे । इस आयोजन की पूरी तैयारी हो चुकी है एवं छात्रों और शिक्षकों के बीच काफ़ी उत्साह है ।