आशीष कुमार और सागरिका ने जीती “विवेक मैराथन”
उत्तर प्रदेश के बिजनौर में आयोजित विवेक मैराथन में 1300 युवाओं, महिलाओं तथा बुजुर्गाे ने किया प्रतिभाग
बिजनौर, 07 अप्रैल 2025
विवेक विश्वविद्यालय बिजनौर द्वारा विश्व स्वास्थ्य दिवस पर सोमवार, 07 अप्रैल 2025 को “विवेक मैराथन” प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें पुरुष वर्ग में आशीष कुमार और महिला वर्ग में सागरिका ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं, द्वितीय स्थान पर पुरुष वर्ग में विरेन्द्र सिंह तथा महिला वर्ग मे काजल कुमारी रही, जबकि तृतीय स्थान पर पुरुष वर्ग में मोनू एवं महिला वर्ग मे सना रही। इसके अलावा प्रथम 25 प्रतिभागियों को संात्वना पुरस्कार से नवाजा गया। मैराथन में महिला एवं पुरूष दोनों के विजेताओं को प्रथम पुरस्कार 11 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 5100 रुपए तथा तृतीय पुरस्कार 2100 रुपए अलग-अलग दिए गए।
मैराथन का शुभारम्भ प्रातः 7 बजे नेहरु स्टेडियम से विश्वविद्यालय के चांसलर अमित गोयल प्रोचांसलर दीपक मित्तल, वाइसचांसलर एन.के.गुप्ता, वित्तीय सलाहकार अनिल शर्मा एवं जिला क्रीडाधिकारी राजकुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ किया गया। विवेक मैराथन नेहरु स्टैडियम से प्रारम्भ होकर शक्ति चौक थाना कोतवाली बुखारा रोड होते हुए जानी का चौराहा से नूरपुर रोड पर स्थित विवेक कॉलेज पर समाप्त हुई। मैराथन के दौरान नेहरू स्टेडियम से विवेक विश्वविद्यालय तक पांच चेक पोस्ट बनाए गए थे, जिसमें सभी प्रतिभागियों का चेस्ट नम्बर सत्यापित किया गया। इस प्रतियोगिता में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से, 1300 युवाओं, महिलाओं तथा बुजुर्गाे ने प्रतिभाग किया।
बिजनौर की महिलाओं व पुरुषों द्वारा इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति अमित गोयल ने कहा कि इस वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम स्वस्थ शुरुआत, आशापूर्ण भविष्य पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस मैराथन के माध्यम से सभी बिजनौर वासियों को अच्छे स्वास्थ्य का संदेश देने का प्रयास किया गया है। कार्यक्रम के समापन में महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना, फयुजन, हरियाणवी डांस, चक दे इंडिया, शास्त्रीय नृत्य तथा माइम एक्ट सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा श्रोताओं का भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम का संचालन विश्वजीत एवं नेहा द्वारा किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विश्वविद्यालय के डीन डा. दीप्ती डिमरी, डा. राजीव चौधरी, डा. देबाशीष, डा. सौरभ शर्मा, डा. सर्वेश शीतल, डा. रंगानाथन, डा. संजय कुमार त्यागी, डा रिजवान अहमद, डा. मीना चौधरी, डा. पुष्पाजोशी, शैलेन्द्र शर्मा, मनिका, मुकुल कुमार एवं डा. हितेश शर्मा आदि सभी शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।