
गोवर्धन मीडिया, ब्यूरो
बिजनौर। सभी निर्माण परियोजनाओं के कार्यों में अपेक्षित तेजी लाते हुए उन्हें पूर्ण गुणवत्ता और समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जाए। और, कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारियों को ध्यान रखना है कि निर्माण कार्यों में प्रयोग होने वाली सभी सामग्री पूर्ण मानक एवं गुणवत्ता की होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही अथवा अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कार्यदायी संस्थाओं के नोडल अधिकारी नियमित रूप से निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करते रहें। और, कार्य की प्रगति पर नजर रखते हुए ख्याल रखें कि जिन परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो गया है, उन्हें अविलंब संबंधित विभाग को हैंडओवर करा दिया जाए। ताकि, परियोजनाओं को उपयोग में लाया जा सके।’

जिलाधिकारी जसजीत कौर, सोमवार 17 मार्च 2025 को शाम 03ः30 बजे कलक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में सीएमआईएस पोर्टल पर अंकित निर्माण कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दे रही थी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में अपेक्षित तेजी लाते हुए पूर्ण गुणवत्ता और समयबद्धता का ध्यान रखें। अपलोडेड सूचनाओं का अपने रिकॉर्ड से मिलान भी कर लें, ताकि पोर्टल पर सूचनाएं अद्यतन एवं समान रूप से प्रदर्शित हो सकें। पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं को टीम बनाकर सत्यापित करने के उपरांत ही हस्तांतरित किया जाए। डीएम श्रीमती कौर ने कहा कि शासन विकास के प्रति गंभीर और संवेदनशील है। प्रदेश का विकास शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकताओं में से है, ताकि उत्तर प्रदेश को विकसित प्रदेश की श्रेणी में लाया जा सके।
जिलाधिकारी द्वारा विकास एवं निर्माण कार्यों सड़क निर्माण, पुल निर्माण में पूर्ण परियोजनाओं की प्रगति, जल निगम विभाग की पाइप पेयजल योजना की प्रगति, कृषि, सिंचाई, लोनिवि सहित राजकीय मेडिकल कॉलेज की प्रगति सहित कई अन्य विभागों की कार्यों की बिन्दुवार समीक्ष की गई। इस दौरान उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि जिले को प्रदेश में अग्रणी बनाए रखने के लिए अपेक्षित प्रयास करें। लेकिन, इसके लिए सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों को निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ क्रियान्वित करना होगा। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, मुख्य चिकित्साधिकारी कौशलेंद्र सिंह, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी लक्ष्मी देवी, धर्मवीर सिंह, पी.डब्लू.डी और सिंचाई विभाग के अधिकारी सहित अन्य कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।